Logos Multilingual Portal

Select Language



[ No Biography for this Author ]

अकेला आदमी हमेशा बुरी संगत में रहता है
अपने पारस्परिक फ़र्कों से आओ हम अमीर हो जाएं
आदमी की सबसे गहरी चीज़ उसकी त्वचा है
भगवान ने आदमी बनाया, और उसे पर्याप्त रूप से अकेला न देख कर उसे एक साथी दिया ताकि वह अकेलापन अच्छी तरह महसूस कर सके
युद्ध एक-दूसरे को न जानने वालों के बीच की गई वह मार-काट है जिससे उन्हें फ़ायदा होता है जो एक-दूसरे को जानते हैं मगर आपसी मार-काट नहीं करना चाहते
राजनीति वह कला है जो जनता को अपने मतलब के मसलों से सरोकार नहीं रखने देती
लोगों की तरह किताबों के दुश्मन भी वही हैं : आग, सीलन, जानवर, मौसम और उनका अपना मजमून